

कोरबा।प्रदेश सरकार के द्वारा कृषि और ग्रामीण विकास को लेकर जलाई जा रही योजनाओं का हालचाल जानने का काम अलग-अलग स्तर पर चल रहा है। मुख्यमंत्री के योजना सलाहकार प्रदीप शर्मा इसी कड़ी में कई जिलों के दौरे पर हैं। कोरबा पहुंचकर उन्होंने प्रशासन के साथ बैठक की और योजनाओं की प्रगति को जाना।

कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त प्रदीप शर्मा के कोरबा दौरे पर अधिकारियों ने उनका औपचारिक स्वागत किया। अधिकारियों से योजनाओं पर चर्चा के बाद मीडिया से योजना सचिव ने बातचीत की। बताया गया की कोरबा सहित कई जिलों का दौरा करने के साथ ग्रामीण विकास से संबंधित योजनाओं की जानकारी हासिल की जा रही है। कोरबा जिले में विकास की काफी अच्छी संभावनाएं हैं और इस पर काम किया जा सकता है।
बताया गया कि स्थानीय आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए बाहर की निर्भरता समाप्त करने का समय आ गया है। हम चाहते हैं कि शहर और ग्रामों को एक दूसरे का पूरक बनाया जाए। कोरबा जिले के गोठानो मैं अब तक छह लाख किलो वर्मी कंपोस्ट तैयार हुई है जबकि जिले की आवश्यकता बहुत ज्यादा है।
मुख्यमंत्री के सलाहकार ने बताया कि आखिर हेलमेट से लेकर दूसरी चीजें हम बाहर से प्राप्त कर रहे हैं । इनका उत्पादन आखिर स्थानीय स्तर पर क्यों नहीं हो सकता।
भारत सरकार के नीति आयोग के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए धनराशि उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस धनराशि से योजनाओं पर काम हो रहा है। मुख्यमंत्री के सलाहकार के द्वारा जो बातें मीडिया उसे कहीं गई है उससे ऐसा लगता है कि आने वाले दिनों में ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे उद्योगों की स्थापना पर विचार हो सकता है।