
कोरबा । कोल एडजस्टमेंट की आड़ में काली कमाई,सूत्रों की माने तो अनाधिकृत कोल साइडिंग से कोयले की अफरातफरी के आरोपों में लिप्त नागपुर की फर्म सरगबुंदिया में मनमानी पर उतर आई है। रेलवे प्रशासन के संरक्षण के पर्यावरण के सारे नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए दिन में सरगबुंदिया रेलवे स्टेशन से दिन में बिना पानी छिंडकाव किए बेरोकटोक कंपनियों की वाहनों में कोयला अनलोड किया जा रहा है। जिससे महज 10 मीटर की दूरी पर लगे बरपाली तुमान मुख्य मार्ग में आवागमन करने वाले दर्जनों गांवों के राहगीरों से लेकर समीपस्थ लगे बरपाली ,सलिहाभांठा ,डोंगरी भांठा के ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा। वही कंपनी की इस मनमानी चल रही है। जिससे आने वाले वक्त में किसी अनहोनी से इंकार नहीं किया जा सकता। वही यहां बताना होगा कि अधिक से अधिक कोयला डिस्पैच करने का रिकार्ड बनाने के साथ ही साथ रेलवे का राजकोष भी तेजी से बढ़ रहा है। कोविड -19 से पहले जहां 34 -35 रैक कोयला रोजाना यहां से भेजा जाता था,अब उसकी संख्या बढ़कर 45 से 50 रैक तक पहुंच गई है। उसके बावजूद एसईसीएल की खदानों से निकलने वाले कोयला को लोडिंग पॉइंट (साइडिंग ) से ले जाने वाली कंपनियां यहां मौजूद कर्मचारियों की मिलीभगत से मालगाड़ियों में क्षमता से अधिक कोयला परिवहन करने में लगे हैं। जिसे रोकने रेलवे के अधिकारी नाकाम साबित हुए हैं। वही इसके चलते उन्हें सरगबुंदिया रेलवे स्टेशन में अस्थाई कोल साइडिंग शुरू करना पड़ा। वही सरगबुंदिया में खुली अस्थाई कोल साइडिंग में नागपुर की फर्म को कोल एडजस्टमेंट का कार्य रेलवे द्वारा दिया गया है। लेकिन सारे नियम कायदों को ताक में रखकर यह फर्म कंपनियों को कोयला आपूर्ति करने में जुटी है। कंपनी द्वारा पीएमजीएसवाय के प्रतिबंधित मार्ग पर आबादी,बैंक आने जाने वाले किसानों,खरीदारी करने वाले ग्रामीणों,स्कूली,कालेज के बच्चों के सुरक्षा की परवाह न करते हुए बेरिकटोक दिनरात पावर एवं नॉन पावर सेक्टर की कंपनियों को कोयला आपूर्ति की जा रही। इससे हमेशा दुर्घटना का भय बना हुआ । पिछले 6 माह से इस कार्य को बंद कराने पुरजोर विरोध हो रहा लेकिन रेलवे जिला प्रशासन ने जन भावनाओं,जनहित को नजरअंदाज कर कंपनी को मनमानी की खुली छूट दे रखी है। वही कोल एडजस्टमेंट का कार्य कर रही नागपुर की फर्म सरगबुंदिया में ओवर लोड कोयला को कंपनियों को आपूर्ति करने अनलोडिंग का कार्य करा रही है। कंपनी के कर्मी साइडिंग में बिना पानी का छिंडकाव किए यह कार्य कर रहे थे। जिससे महज 10 मीटर से लगे बरपाली-तुमान पीएमजीएसवाय मार्ग से सफर करने वाला

बरपाली,सलिहाभांठा,डोंगरीभांठा,बंधवाभांठा,पकरिया,तुमान,सराईडीह,पठियापाली,गांडापाली,सुपातराई,ढोंढातराई,लबेद के ग्रामीण असहज नजर आए। वही धूल का गुब्बार तेज हवाओं के साथ नजदीकी गांव सलिहाभांठा,तहसील बरपाली,डोंगरीभांठा की शांत स्वच्छ फिजाओं में घुल रहा था। वही मार्ग से गुजरने वाले लोगों को घुटन सी होने लगी है।
क्षेत्रीय विधायक ननकीराम कंवर और सांसद प्रतिनिधि श्रीमती धनेश्वरी कंवर ने कलेक्टर को दिया था संचालन निरस्त करने अल्टीमेटम
16 मार्च को कलेक्टर संजीव झा को रामपुर विधायक ननकीराम कंवर और 21 मार्च 2023 को सांसद प्रतिनिधि श्रीमती धनेश्वरी कंवर ने पत्र लिखकर कोयला ढुलाई के लिए संचालित हो रहे रेलवे साइडिंग पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि निजी हित के लिए लोगों के जान-माल और स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। यहां अनावश्यक दबाव पूर्वक साइडिंग संचालित किया जा रहा है। अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए जनहित को दरकिनार किया गया है। विधायक श्री कंवर और सांसद प्रतिनिधि श्रीमती कंवर ने कहा है कि उनके व ग्रामवासियों के द्वारा इसका कड़ा विरोध किया जाएगा। किसी तरह की जनहानि व दुष्परिणाम के लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। वही अल्टीमेटम के करीब ढाई माह बाद भी रेलवे जिला प्रशासन ने कोई सुध नहीं ली। सरगबुंदिया में कोल एडजस्टमेंट के नाम पर कोयले का इस तरह का ढेर जमा किया गया है कि अस्थाई कोल साइडिंग का शक्ल ले चुका है। भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व गृहमंत्री क्षेत्रीय विधायक ननकीराम कंवर और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेत्री,जनपद पंचायत करतला के पूर्व अध्यक्ष व सांसद प्रतिनिधि श्रीमती धनेश्वरी कंवर ने रेलवे एवं जिला प्रशासन की हठधर्मिता से खासे नाराज हैं। वे कभी भी प्रभावित क्षेत्रवासियों के साथ सरगबुंदिया -बरपाली में व्यापक विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं।
दलालनुमा लोग सक्रिय,कर रहे मध्यस्थता,लोगों में आक्रोश
अवैध कोल साइडिंग के स्थानीय कर्ता-धर्ता की तरफ से कुछ लोग मैनेज करने का काम कर रहे हैं। इनके द्वारा अधिकारियों सहित संबंधितों को गुमराह करने का काम बड़ी खूबी से अंजाम दिया जा रहा है। स्थानीय लोगों में इस तरह के काम करने वालों के प्रति नाराजगी व्याप्त है और इनके विरुद्ध शिकायत करने के साथ-साथ रंगे हाथ पकड़ने का मन बना रहे हैं। जनता सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन का मन बना रही।
हर 5 मिनट में फाटक बंद होने से पहले से ही जनता परेशान
कोरबा -चाम्पा रेल खण्ड के मध्य स्थित सरगबुंदिया रेलवे क्रासिंग में आरओबी नहीं होने की वजह से पहले से ही प्रत्येक 5 मिनट में फाटक बंद होने से जनता परेशान है। कोरबा रेल खण्ड से कोल ढुलाई के जरिए सर्वाधिक राजस्व अर्जित करने के बाद भी रेल प्रशासन की जन सुविधाओं को लेकर संजीदा नहीं है।