

कोरबा।सावन का महीना अपना स्वाभाविक रूप दिखाने लगा है. 2 दिनों से हो रही बरसात ने कोरबा वासियों को भी हलकान कर के रख दिया है. दर्री बांध से छोड़ा हुआ पानी हसदेव नदी के किनारे बसे लोगों के लिए आफत बन गया है. सीतामढ़ी क्षेत्र में कई घर पानी की चपेट में आ गए हैं.काफ़ी मवेशी भी पानी में फंस गए हैं ऐसा प्रभावित परिवारों द्वारा बताया जा रहा है. पानी की चपेट में आए लोगों का कहना है कि सिंचाई विभाग हमेशा दरी बांध से पानी छोड़ने से पूर्व मुनादी कराता था किंतु इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ. डेम से छूटा पानी और अहिरन नदी व अन्य नालों से होकर आने वाला पानी हसदेव नदी के जलस्तर को बढ़ा रहा है.

हसदेव नदी के किनारे बसे लोगों के ऊपर आफत आने के अलावा शहरी इलाके की कई बस्तियों में जलजमाव हो गया है. नाली से पानी ना निकलपाने के कारण कई लोगों के घरों मे पानी भर गया है.
सीतामढ़ी हसदेव नदी किनारे लोगों ने बताया कि दर्री डेम में 12 गेट मे से 1 गेट को खोला गया है गेट खुलने के बाद स्थिति निर्मित हुई है। संबंध विभाग में नहीं मुनादी कराई है नहीं सूचना दी ऐसे में लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
हसदेव नदी किनारे बस से कई घर हसदेव नदी के तेज बहा पानी के चपेट में आ गए हैं कई लोग घरों में ताला लगा कर अपने रिश्तेदार या आसपास शरण ले लिए है। देर रात तक यही स्थिति रही तो कई घर चपेट में आ सकते हैं इसमें जानमाल की भी हानि हो सकती है।