

परिजनों ने किया गमछा व श्रीफल देकर सम्मान

पुलिस ने संवेदfनशीलता के साथ दिया साहस का परिचय
कोरबा। मेडिकल कालेज अस्पताल से एक युवती ने चार माह के शिशु की चोरी कर ली। मामले को महिला अफसर के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने न सिर्फ सुलझा लिया, बल्कि बच्चे को सुरक्षित बरामद करते हुए आरोपी को भी गिरफ्तार किया। पुलिस की संवेदनशीलता को देखते हुए बच्चे के परिजनों ने महिला पुलिस अफसर को सम्मानित किया है।
घटना 17 अगस्त को घटित हुई थी। दरअसल मेडिकल कालेज अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती अंजु यादव की मां हीराबाई ने चार माह के नाती को एक अनजान युवती के हाथ सौंप दी। नानी हीराबाई भोजन कर लौटती तब तक युवती बच्चे को लेकर फरार हो गई थी। अस्पताल से बच्चा चोरी की खबर फैलते ही सनसनी फैल गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पतासाजी के लिए तीन टीम गठित की गई। जिसमें एक टीम बालको थाना प्रभारी मंजुषा पांडेय के नेतृत्व में गठित थी। इस टीम में एएसआई दुर्गेश राठौर, सुकलाल सिदार, नीलम केरकेट्टा, आरक्षक राकेश कर्ष, जितेन्द्र सोनी, संदीप भगत शामिल थे। महिला अफसर के नेतृत्व में टीम मूसलाधार बारिश और नदी नालों में पूरी उफान के बावजूद वनांचल ग्राम पोड़ी खुर्द पहुंची जहां टार्च की रोशनी पर हाथी के चिंघाड़ के बीच एक मकान से न सिर्फ बच्चे को सुरक्षित बरामद कर लिया बल्कि अस्पताल से ले जाने वाली युवती हमीरा को भी गिरफ्तार कर लिया। अपने कलेजे के टुकड़े के पाकर परिवार के सदस्य भावुक हो उठे। वे शनिवार को बालको थाना पहुंचे। जहां मासूम के पिता सहित अन्य परिजनों ने बालको थाना प्रभारी मंजुषा पांडेय को उनकी संवेदनशीलता व साहसिक कार्य के लिए गमछा व श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया है।
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